दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर लिखा कि दिल्ली में जमीन केंद्र के अधीन आती है, ऐसे में मंदिर गिराने में हमारी सरकार का कोई हाथ नहीं है।बी.एस.पी. की माँग है कि इस मामले में ये दोनों सरकारें कोई बीच का रास्ता निकाल के, अब अपने खर्चे से ही, इनके मन्दिर का पुनः निर्माण करवायें।— Mayawati (@Mayawati) August 14, 2019
ज्ञात हो कि मायावती ने बुधवार सुबह ट्वीट कर लिखा था कि केंद्र और दिल्ली सरकार की मिलीभगत से तुगलकाबाद क्षेत्र में बना संत रविदास मंदिर गिरवाया गया है, हम इसका विरोध करते हैं।इस पर जवाब देते हुए अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर बताया कि मायावती जी, मंदिर के गिराए जाने से हम सब लोग बेहद व्यथित हैं। इसका सख्त विरोध करते हैं मुझे दु:ख है कि आप केंद्र के साथ हमें दोषी मानती हैं। दिल्ली में जमीन केंद्र सरकार के अधीन आती है, हमारी सरकार का इस मंदिर के गिराए जाने में कोई हाथ नहीं है।मायावती जी, मंदिर के गिराए जाने से हम सब लोग बेहद व्यथित हैं। इसका सख़्त विरोध करते हैं— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) August 14, 2019
मुझे दुःख है कि आप केंद्र के साथ इसके लिए हमें दोषी मानती हैं। दिल्ली में “ज़मीन” केंद्र सरकार के अधीन आती है। हमारी सरकार का इस मंदिर के गिराए जाने में कोई हाथ नहीं। https://t.co/6OZvpvuq4b
खबर है कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद दिल्ली विकास प्राधिकरण ने तुगलकाबाद स्थित संत रविदास मंदिर को ढहा दिया था। इसी के चलते दलित समाज में नाराजगी है। इसका व्यापक असर दिल्ली, पंजाब, हरियाणा में भी देखने को मिल रहा है।