हाल ही में पीएम नरेंद्र मोदी सरकार ने जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 खत्म करके ऐतिहासिक निर्णय लिया। इस फैसले से पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान भड़क उठे। उन्होंने पूरी दुनिया में कश्मीर मुद्दे को उठाया। लेकिन किसी भी देश ने उन्हें समर्थन नहीं दिया। वहीं कश्मीर के साथ-साथ पाकिस्तान के अंदरूनी मामलों में भी इमरान सरकार की नाकामी के चलते इमरान खान का उनके ही देश में विरोध शुरू हो चुका है।
गूगलआजादी मार्च का नेतृत्व करने वाले मौलाना फजलुर रहमान ने इस्लामाबाद में धरने का ऐलान करते हुए पीएम इमरान खान को इस्तीफे के लिए 2 दिन का वक्त दिया है। मौलाना ने बड़ा बयान देते हुए कहा कि यह प्रदर्शन किसी एक दल का नहीं बल्कि पूरे देश का है। सभी का यही कहना है कि आम चुनाव फर्जी था और आवाम धांधली का शिकार हुआ था। बहुत मोहलत दे दी अब और नहीं दे सकते इस सरकार को जाना होगा। पूरा देश यही चाहता है।
गूगलमौलाना ने यह भी कहा कि,"अगर हम महसूस करेंगे कि इस नाजायज हुकूमत के पीछे प्रतिष्ठान हैं और वे इसकी सुरक्षा कर रहे हैं तो फिर 2 दिन की मोहलत है। उसके बाद हमें ना रोका जाए कि हम प्रतिष्ठानों के बारे में क्या राय बनाएं।" मौलाना ने यह भी कहा कि पीएम इमरान खान के पास इस्तीफा देने के लिए 2 दिन का वक्त है। अगर 2 दिन में इस्तीफा नहीं दिया तो इस विशाल जनसमूह के पास इतनी ताकत है कि वह प्रधानमंत्री के घर जाकर उन्हें गिरफ्तार कर ले।
(सोर्स- इंडिया टीवी डॉट कॉम)