जिले के प्रत्येक विकासखण्ड में एक-एक मॉडल गौठान बनकर तैयार हो गया है। पशुओं के लिए गौठान में सर्वसुविधायुक्त व्यवस्था की गर्इ है, जिसमें पानी, कोटना, चबूतरा, फेसिंग, चारे की व्यवस्था की गई है। ‘‘वर्मी कम्पोस्ट’’ खाद बनाकर महिलायें अर्थिक रूप से सशक्त हो रही है। गौठान के माध्यम से ग्रामीण आर्थिक व्यवस्था एवं रोजगार के अवसर उपलब्ध कराये जा रहे हैं। जिले में 28,613 पशुओं के लिए 83 गौठान, चारागाह बनाये जा रहे हैं। छत्तीसगढ़ शासन की चार चिन्हारी नरवा, गरूवा घुरवा एवं बाड़ी योजना कांकेर जिले में सार्थक हो रही है।
मॉडल गौठानों मे गौठान के संचालन हेतु ग्राम गौठान समिति का गठन किया गया है। गौठानों में सर्व सुविधायुक्त होने से गांव वाले में अति उत्साह देखने को मिल रहा है। वे अपने गाय, पशुओं को गौठानों मे भेजने लगे है। जिले के 76 गौठानों में कार्य तीव्र गति से प्रगति पर है। इन गौठानों में दो-दो सौ व चारागाह में 15 सौ से 2 हजार गढ्ढे कर फलदार पौधरोपण करने की तैयारी की जा रही है, ताकि वहां गौठान प्राकृतिक रूप से छायादार रहे व प्रति पेड़ देख-रेख के हिसाब से मनरेगा के तहत समूह की महिलाओं को भी आमदनी भी प्राप्त हो सके।जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ. संजय कन्नौजे के निर्देशन पर प्रथम चरण में 83 गौठान व चारागाह स्वीकृत किये गये थे, जिसमें जिले के 275 एकड़ में गौठान निर्माण किया जा रहा है, जिसमें 28,613 जानवर रहेंगे। सुराजी योजना के तहत जिले के चिन्हाकित गांवों में शत्-प्रतिशत बाड़ी योजना के तहत नये व पुराने बाड़ी का निर्माण, घुरवा योजना के तहत नाडेप टंकी, घुरवा उन्नयन, भूनाडेप व उस गांव में अन्य नरवा और नाले के जीर्णोधार के कार्य किये जा रहे हैं, जिनके क्रियान्वयन के साथ ग्रामों में मनरेगा के तहत बाड़ी, घुरवा, नरवा के कार्य स्वीकृत कर बनाये जा रहे है।
जिला पंचायत के सी.र्इ.ओ. ने नरहरपुर विकासखण्ड के मॉडल गौठान मानिकपुर, लखनपुरी का निरीक्षण कर ‘‘मॉडल गौठान’’ में जानवरों, पशुओं के लिये सर्वसुविधायुक्त व्यवस्था व चारे हेतु नेपियर घास को देखकर प्रसन्न हुए। उन्होंने मानिकपुर मॉडल गौठान में ग्रामीणों एवं समूह की महिलाओं की सक्रिय भागीदारी से यहां पर 80 जानवर गौठान में आने लगे हैं। मानिकपुर के सरपंच ने बताया कि मॉडल गौठान बनने से ग्रामीणों में खुशी की लहर है। डॉ कन्नौजे ने मनरेगा के तहत गौठान में निर्मित पुराने डबरी को गहरीकरण कर वहां महिला समूह को मछली पालन कराने के निर्देश जनपद पंचायत के सीईओ को दिये।