हाल ही में पीएम नरेंद्र मोदी सरकार ने जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 खत्म कर ऐतिहासिक निर्णय लिया। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान समेत भारत में उमर अब्दुल्ला, महबूबा मुफ्ती, फारूक अब्दुल्ला जैसे दिग्गजों ने भारतीय जनता पार्टी सरकार के इस फैसले पर विरोध जताया। अब मोदी सरकार ने हालात का जायजा लेने के लिए यूरोपियन यूनियन के 28 सांसदों को कश्मीर जाने की अनुमति दी।
ट्विटर डॉट कॉमअनुमति मिलने के बाद 29 अक्टूबर को यूरोपियन यूनियन का प्रतिनिधिमंडल हालात का जायजा लेने कश्मीर पहुंचा। यूरोपियन सांसदों के कश्मीर पहुंचते ही महबूबा मुफ्ती भड़क उठीं। उन्होंने बड़ा बयान देते हुए कहा कि,"एक विक्षोभकारी और विघटनकारी निर्णय को सही ठहराने के लिए, भारत की लोकतांत्रिक छवि को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर दूषित किया जा रहा है।"
ट्विटर डॉट कॉममहबूबा मुफ्ती ने ट्वीट के माध्यम से यह भी कहा कि,"श्रीनगर में आज पथराव और बड़े पैमाने पर बंद की रिपोर्ट मिली। हैरानी हो रही है कि अधिकांश इस्लामोफोबिक EU सांसदों को कश्मीर में भेजकर भारत सरकार को किस परिणाम की उम्मीद है? क्या आप नौ मिलियन उत्पीड़ित कश्मीरियों से उम्मीद कर रहे थे कि वे उनके लिए रेड कार्पेट बिछाएंगे?"
(सोर्स- Mehbooba Mufti official twitter account)